इस लेक्चर में हम integer, float और
character डाटा टाइप्स के बारे में स्टडी करेगे | Derived डाटा टाइप्स के बारे में
आने वाले lectures में स्टडी करेगे |
c programming में मेमोरी या वेरिएबल को
बनाने या उपयोग करने से पहले हमें कम्पाइलर को बताना पड़ता है की मेमोरी या वेरिएबल
किस तरह की होगी |
मेमोरी टाइप्स कई तरह के होते है जिन्हें डाटा टाइप्स कहा जाता है |
मेमोरी टाइप्स कई तरह के होते है जिन्हें डाटा टाइप्स कहा जाता है |
Integer डाटा टाइप्स :-
यदि mathematics में बात करा तो integer मतलब
whole नम्बर जो की negative भी हो सकते है और positive नम्बर भी हो सकते है |
उदाहरण के लिए 0,2,-4,5 integer नम्बर है |
उदाहरण के लिए 0,2,-4,5 integer नम्बर है |
इनमे दसमलव (Decimal) वाले नम्बर नही आते |
जब हमें इस तरह के नम्बर को स्टोर करने के लिए मेमोरी बनानी पड़े तो हम
उस मेमोरी को
integer डाटा टाइप declare करते है |
integer डाटा टाइप declare करते है |
integer मेमोरी बनाने के लिए इस तरह से प्रोग्राम करना पड़ता है –
int age ;
इधर age एक वेरिएबल (memory) है जो की integer टाइप का है |
float डाटा टाइप्स :-
float टाइप नम्बर में रियल नंबर (decimal, दसमलव ) वाले नम्बर आते है जो की negative भी हो सकते है और positive नम्बर भी हो सकते है |
जैसे की 1.0, -2.3, 5.6 etc.
float नम्बर के लिए वेरिएबल (memory) बनाने
में float डाटा टाइप का उपयोग होता है |
float
salary;
character डाटा टाइप :-
character डाटा टाइप का उपयोग character के
लिए वेरिएबल (memory) बनाने के लिए किया जाता है |
यहाँ character से मतलब है ‘a’, ‘c’, ‘1’ etc.
यहाँ character से मतलब है ‘a’, ‘c’, ‘1’ etc.
character वेरिएबल बनाने के लिए
char डाटा टाइप का उपयोग किया जाता है |
char
gender = ‘ m ’ ;
Q. Addition of 2 numbers.
OUTPUT:
a+b= 10
a+b= 10
Q. Addition of two numbers asking inputs from user side.
OUTPUT: